*ये मौसम, ये बारिश,
ये सुहाना सफ़र...
बादलों की दौड़ है आकाश में,
ज़मीं पर भागता हर इंसान है।
रंग बदलते हैं आसमान के,
रंग बदलते हैं लोग भी यहाँ।
बरसता है पानी चारों ओर,
फिर भी प्यासा हर इंसान है।
ए मौसम! तू ही बता,
लाती है तू ख़ुशियाँ बारिश के साथ,
या फिर रो रहा आसमान है...**
Written by Deera
 
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