मोबाइल फ़ोन का अधिक इस्तेमाल करने वाले पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या घट रही है जिससे उनकी प्रजनन क्षमता भी प्रभावित हो रही है।
मुंबई के अस्पतालों में संतानोत्पति में नाकाम होने के बाद अपना इलाज़ करा रहे 364 पुरुषों पर हुए अध्ययन से यह पाया गया कि जो लोग दिन में चार घंटे से अधिक मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करते थे उनमें शुक्राणुओॅ की संख्या प्रति मिलीलीटर पांच करोड़ थी जो सामान्य आंकड़े से काफी कम है। दो से चार घंटे तक मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों में प्रति मिलीलीटर शुक्राणुओं की संख्या लगभग सात करोड़ आंकी गई जबकि मोबाइल फ़ोन का इस्तेमाल नहीं करने वाले लोगों में यह संख्या लगभग साढ़े आठ करोड़ थी और उनके शुक्राणु काफी स्वस्थ हालत में सक्रिय पाए गए।
इस शोध के नेतृत्वकर्ता डाॅ अशोक अग्रवाल कहते हैं कि लोग मोबाइल के दुष्प्रभाव की परवाह किये बगैर मोबाइल का इस्तेमाल बेधड़क करते जा रहे हैं। उनका कहना है कि मोबाइल से होने वाला विकिरण डीएनए पर बुरा असर डालता है जिससे शुक्राणु भी प्रभावित होेते हैं।
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