राँची: डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय के जैकब हॉल में ऑल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन (आइसा) ने लंबित स्कॉलरशिप के मुद्दों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। ई-कल्याण स्कॉलरशिप का उद्देश्य कमजोर वर्गों के छात्रों को उच्च शिक्षा के लिए प्रोत्साहित करना है, लेकिन लंबे समय से भुगतान न होने के कारण इसका लक्ष्य अधूरा रह गया है।
आइसा झारखंड राज्य अध्यक्ष विभा पुष्पा दीप ने कहा कि राज्य और बाहर के कॉलेजों में पढ़ रहे छात्र, विशेषकर सुदूरवर्ती इलाकों के ST, SC, BC और महिला छात्र, स्कॉलरशिप न मिलने के कारण पढ़ाई छोड़ने को मजबूर हैं या लोन लेकर
पढ़ाई कर रहे हैं। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार से तत्काल कार्रवाई की मांग की।
राज्य उपाध्यक्ष विजय कुमार ने बताया कि केंद्र ने ₹4,500 करोड़ और झारखंड सरकार ने ओबीसी छात्रों के लिए लगभग ₹1.63 करोड़ आवंटित किए हैं, लेकिन रांची जिले में अब तक केवल 1,454 छात्रों को लाभ मिला है। पिछले सत्र में यह संख्या लगभग 60 हजार थी। उन्होंने कहा कि शिक्षा पर बजट बढ़ाने की आवश्यकता है, क्योंकि फीस वृद्धि और ऋण दबाव छात्रों को प्रभावित कर रहे हैं।
डीएसपीएमयू सचिव अनुराग रॉय ने कहा कि स्कॉलरशिप न मिलने से झारखंड की उच्च शिक्षा और संकट में है।
आइसा झारखंड राज्य सह सचिव मोहम्मद समी ने चेताया कि यदि भुगतान नहीं हुआ तो संगठन उग्र आंदोलन की राह ले सकता है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में रांची जिला सचिव संजना मेहता, विवेक कुमार, पूनम कुमारी, अनुपम महतो और राहुल महतो भी उपस्थित थे।
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